Teri saanse तेरी सांसे जो मेंरे लबों पर ठहर सी गयी.. फिर तेरी बाहों में आकर बहक सी गयी.. एक कतरा-ए-हंसी को तरसते लब पर.. जैसे आब-ए-ज़मज़म की बूंदें बरस सी गयी.. www.ibadat-e-lafz.com©