*किससे सीखू मैं रब की बंदगी,* *सब लोग रब का बटवारा किये बैठे है.* *जो लोग कहते है, रब कण कण मे है,* *वही मंदिर ,मस्जिद ,गुरुद्वारा लिए बैठे है..*😊