Nojoto: Largest Storytelling Platform

जुबां को रोको तो आँखो में झलक आता है, ये जज़्बा-ए-

जुबां को रोको तो आँखो में झलक आता है,
ये जज़्बा-ए-इश्क़ है इसे सब्र कहाँ आता है !!
जुबां को रोको तो आँखो में झलक आता है,
ये जज़्बा-ए-इश्क़ है इसे सब्र कहाँ आता है !!