दिल में छुपा है जो कब से, आज तुझसे वो राज़ कह दूँ। लवो पे अटकी है जो,आज तुझसे वो बात कह दूँ।। कह दूँ के, हाँ हूँ मैं तेरा शाहजहाँ। और तुझे अपने ख्वाव की मुमताज़ कह दूँ