#aakhiri_mulakat
20 minutes हो चुके है अभी तक....हम दोनों के बीच खामोशी के अलावा कुछ नहीं है.. हम दोनो bst frnd थे उससे ज्यादा कुछ नहीं....और शायद अभी भी हैं मुझे पता नहीं ...कभी इतनी खामोशी नहीं रहती थी..आज पता नहीं क्यों एक नटखट, शरारती लड़की जो कभी शांत होने का नाम नहीं लेती आज उसकी खामोशी मुझे अंदर तक चुभ रही है ...
हम दोनों सारी बातें एक-दूसरे से share करते... कोई भी फैसले अकेले के नहीं होता .. और आज मुझे जब life की सबसे महत्वपूर्ण फैसले लेने है तो उसे कैसे भूल जाता .. शादी के लिए घर वाले लड़की देखे हैं... पुछना है उससे कि कैसी है मेरे लिए... वो हाथ में photo पकड़ी बहुत देर से देख रही है उसे..लेकिन कुछ बोल नहीं रही..
....... Oye pagl कहां खो गयी? बता ना कैसी है ये मेरे लिए....
:-"मुझे जाना होगा अब.. देर हो गई " .. उसने जाने के लिए खड़े होते हुए बोली..
:- "रुको मैं भी जाता हूँ तेरे साथ.. तुम्हें घर तक छोड़ दूंगा"
:-"कब तक चलोगे साथ.. एक दिन तो मुझे अकेले चलना है " उसने मुझसे आगे जाते हुए बिना मेरे तरफ देखे बोली(शायद अपनी आंसू मुझे दिखाना नहीं चाहती थी)... "और हां वो लड़की बहूत अच्छी है और बहूत lucky भी, जो तुम मिले उसे ...... काश मैं भी ब्राह्मण होती "
.... (उससे ज्यादा वो कुछ बोल नहीं सकी शायद उसकी गला भर आई थी ) #Books#आखिरी_मुलाकात#मैं_ब्राह्मण_वो_राजपूत