Nojoto: Largest Storytelling Platform

जीव की ऊर्जा और नक्षत्र की ऊर्जा मिलकर जीव के जी

जीव की ऊर्जा और नक्षत्र की  ऊर्जा  मिलकर जीव के जीवन का संचालन करते हैं जब जीव की ऊर्जा नक्षत्र की ऊर्जा से मेल खाते हैं तो उसका जीवन अच्छा होता है और जब जीव की ऊर्जा नक्षत्रों की ऊर्जा को ग्रहण नहीं कर पाती तो वहां पर धीरे-धीरे परेशानियां उत्पन्न होने लगती है और जब यह परेशानियां बहुत ज्यादा बढ़
 जाती हैं तब तब इनका उपचार शुरू के जाता है यही ग्रह दोष  कहलाता है इसी कारण जीव अलग-अलग ऊर्जा में उत्पन्न होता है 
                                भोले बाबा #elephant
जीव की ऊर्जा और नक्षत्र की  ऊर्जा  मिलकर जीव के जीवन का संचालन करते हैं जब जीव की ऊर्जा नक्षत्र की ऊर्जा से मेल खाते हैं तो उसका जीवन अच्छा होता है और जब जीव की ऊर्जा नक्षत्रों की ऊर्जा को ग्रहण नहीं कर पाती तो वहां पर धीरे-धीरे परेशानियां उत्पन्न होने लगती है और जब यह परेशानियां बहुत ज्यादा बढ़
 जाती हैं तब तब इनका उपचार शुरू के जाता है यही ग्रह दोष  कहलाता है इसी कारण जीव अलग-अलग ऊर्जा में उत्पन्न होता है 
                                भोले बाबा #elephant