poetry for IITDelhi
#RDV18#भारत#part2
हिस्सों से, हर किस्सों से आती है बू अब गंधी सी,
कहाँ गयी तस्वीर बनी थी, अहिंसा के संधि की,
नंगे भूखे आज भी हैं, इस देश के बच्चे सड़को पर,
गांगा माँ को आज शर्म है, देखो अपने लड़कों पर,
अब तो बस है ख़ून खौलता, पाकिस्तान के नारों पर,
पूरा जोश दिखाते हैं हम, सोशल मीडिया की दीवारों पर, #OpenMIC#Nojotovoice#NojotoIIITM
read more
Shivam Nahar
#RDV18#भारत#part3#final_part
ये कैसा शोर मचा है, देश की पायस भूमि पे
सोशल मीडिया तंज है कसता सरकारों की नीति पर,
अब चिल्लाना आम हुआ है गूंगी बहरी सरकारों पर,
टूट पड़ी सब्र की नदियाँ,ज़िम्मेदारी है हम जवानों पर,
पैदा होती बच्ची का भी शोषण यहां पर होता है,
बच्चा भूखा मर जाता है, पोशण कारण होता है, #OpenMIC#Nojotovoice#NojotoIIITM
read more
Shivam Nahar
Poetry for IITDelhi
#RDV18#भारत#PART_1
आर्यावर्त्त की इस धरती पर, कुछ तो फूल चमन के थे,
शौर्य-शक्ति के, वीर-भक्ति के, कुछ तो गीत अमन के थे,
बारह सौ सालों में, ना जाने कहाँ-से-कहाँ आ गए हम,
भारत-पाकिस्तान के टूटे दो हिस्सों में आ गये हम....!!!
#OpenMIC#HindiPoem#Nojotovoice#NojotoIIITM
#दोस्ती (भूल न जाना ऐ दोस्त) -- RK (R.sharma)
तेरी छवि अब धुंदली होने लगी होगी
तेरे यादों से भी अब समझौता करने लगे होंगें
लेकिन दिया बुझता नही है वो जो रौशन दिल को करे
तेरे से जुड़ा मेरा तार को तो सलामत खुदा करे।
यादें तो बस आईना है मन का इसका ऐतबार क्या
धुंदली भी होती है तो, रौशनी से जगमगा भी उठती है
तो क्या हुआ अगर धूल के पहरे पड़ने लगे है यादों पर #Nojotovoice#nojotovideo
ऊँची उड़ाने भर सकते हो तुम,गर जो गिरने का डर ना होता I
सागर की गहराइयों से मोती ला सकते हो तुम,जो डूबने का डर ना होता I
बहुत डराया है इस डर ने,अब डर के डरने की बारी है I
कर लो दृढ़संकल्प,अब मंज़िल पाने की बारी है I