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Anuradha T Gautam 6280
Ganesh Din Pal
🌹लाठी ऊपर वाले की करती नहीं आवाज। अपराधी, पापी, पाखंडी सब रहते नाराज। देर भले लगती है भैया नाही है अंधेर। पीट पाटकर ठांव लगाते नाही करते देर।🌹 ©Ganesh Din Pal #लाठी ऊपर वाले की
Ravinder Sharma
वो कश्ती और मैं किनारा बन जाता हूँ वो तिनका और मैं डूबते का सहारा बन जाता हूँ उम्र का पड़ाव है आखिर एक पल में अपना और दूसरे पल आवारा बन जाता हूँ वो मेरी लाठी मैं उसका सहारा बन जाता हूँ बूढा हो गया हूँ शायद दो कदम अकेले चलकर बेसहारा बन जाता हूँ वो श्मशान की राख और मैं आसमान का सितारा बन जाता हूँ ।।।। ©Ravinder Sharma #उम्र #बूढ़ा #लाठी #कश्ती #किनारा #सितारा #Vision
Sachin Chaudhari
तुमसे पहले किसी की बुढापे की लाठी,किसी की आँख का तारा हूँ मै ! प्यार और बाकी जिंदगी भर सिर्फ तुम्हारा हूँ मैं !! #LoveYouDad #प्यार#लाठी#तारा#जिंदगी
Aminur Rashid, Faizi
#भुखों को भरपेट #खिलाओ #गाँव के लोगो #आगे #आओ #लाठी रखो, #पानी #पिलाओ #मज़दुरों की जान #बचाओ #पैदल चल कर #मर #जाऐंगे #जल्दी इनको #घर #पहुँचाओ #नींद से बोझल इनकी #आँखें कहीं #रोक कर इन्हें #सुलाओ #नन्हें #बच्चे #बिलख रहे हैं #ग़ाफिल #दौलत खूब #लुटाओ #ग़ाफिल #गैयारवि 14/5/2020 Mohd Aszad 🤝👍🌹🤲❤7533039510❤🤲👍🌹🤝 sudesh tomar Chandan Raj 💖ISHQ PARAST💖 khubsurat
Kh_Nazim
रावण संग मारीच....19..! हमारे शहर का सन्नाटा कुछ यू दिख रहा है जैसे सीता के हरण के बाद पंचवटी में पसरा था की गलियों चौबारों में सन्नटा क्यों छया है...? माहौल तो खामोश है. फिर पुलिस का बिखराव क्यों फैला है चुप्पी टूट ने की आवाज लाठी से टूटी है बे-दिमाग इंसान है,जो हिदायत के बाद भी सड़को पे उतरा है। भारतबन्द का आगाज़ सरकार-ए-पब्लिक ने कर तो दिया है फिर यह मक्खियों की तरह नासूर का फैलाव क्यों पसरा है? जो नहीं समझते है सुरक्षा के उपयो को, हाथ मुँह पे लगते ,खांसते यू सरेआम वो शायद कही इस नासूर के राक्षस-ए-दूत बन जाते है। बस.. यकीदा-ए-मोहब्बत,दोस्त ,पड़ोसी,और समाज से दूरी ही तो रखनी है लक्ष्मण रेखा समझ लो घर के बाहर बाहर लंकेश खड़ा है बचा लो अपनी ही दुनियां को अब राम कहा खड़ा है क्यों रेखा फाद कर दसानन के मारीच बनते हो, शायद ...... तभी सरकार-ए-जनता ने सिपाही लाठी संग हर मोड़ पे खड़ा किया है। अगर परेशानी बफा पेट की नही बुझती है, चिंता-ए-दूरी भी कम नहीं होती तो बे-हतासा उदास मत होना क्योंकि हर घर पे लगर-ए-सफी का भी तो इंतेज़ाम कर रखा है ✍️khnazim रावण संग मारीच....19..! हमारे शहर का सन्नाटा कुछ यू दिख रहा है जैसे सीता के हरण के बाद पंचवटी में पसरा था की गलियों चौबारों में सन्नटा क्यों छया है...? माहौल तो खामोश है. फिर पुलिस का बिखराव क्यों फैला है चुप्पी टूट ने की आवाज लाठी से टूटी है
Priya Gour
इत्तु-सी हँसी इत्तु सी हँसी, बचपन की मस्ती, जवानी की आशिकी, बुढ़ापे की लाठी, जून की गर्मी, दिसंबर की सर्दी, समुंदर की गहरायी, बेस्टी की शादी, चेहरे की सादगी, शायर की शायरी, चाय की चुस्की, कोयल की वाणी, क्लास में फस्ट आने की खुशी,दोस्तों की यारी, मंदिर की सीढी, शिव पार्वती की जोड़ी, ईद की ईदी, दिवाली की रोशनी, सावन की बदरी, फूलों की क्यारी स्कूल की डायरी, कॉलेज की क्रश, कानों की बाली, होठों की लाली, बहुत खास होती हैं... #Laughter #बहुत #खास #होती #है #हँसी #बचपन #मस्ती #जवानी #आशिकी #बुढ़ापा #लाठी #जून #गर्मी #दिसंबर #सर्दी #समुंदर #गहरायी #बेस्टी #शादी #चेहरा #सादगी #शायर #शायरी #चाय #ताजगी #कोयल #वाणी #क्लास #फस्ट #खुशी #दोस्त #यारी #मंदिर #सीढी #शिवपार्वती #जोड़ी #ईद #ईदी #दिवाली #रोशनी #सावन #बदरी #स्कूल #डायरी #कॉलेज #क्रश #कान #बाली #होठ #लाली #Nojoto #Nojotoapp #Nojotohindi #Nojotolines
Akib Javed
गाँधी तेरी लाठी करती ये पुकार हो रहा है कितना देखो अत्याचार जात-धर्म से हो गए,सब यहाँ लाचार ईमान का भी हो रहा खूब व्यापार गाँधी तेरी लाठी करती ये पुकार लूट-पाट,दंगो की दुकानें चल रही बहू-बेटियों की अस्मिता लुट रही मंदिर-मस्ज़िद भी फल-फूल रही इन सबसे भरा हुआ है अख़बार गाँधी तेरी लाठी करती ये पुकार साम-दाम दंड भेद,गाँधी नाम रहे नैतिकता को अपने सब त्याग रहे गाँधी के वचन तो सबको याद रहे मनाते इसे जैसे हो कोई त्यौहार गाँधी तेरी लाठी करती ये पुकार करूणा अहिँसा तेरा रूप रहा अंग्रेज़ो के सामने तू न डिगा तेरे उसी रूप क़ी है दरकार गाँधी तेरी लाठी करती ये पुकार -आकिब जावेद गाँधी तेरी लाठी करती ये पुकार हो रहा है कितना देखो अत्याचार जात-धर्म से हो गए,सब यहाँ लाचार ईमान का भी हो रहा खूब व्यापार गाँधी तेरी लाठी करती ये पुकार लूट-पाट,दंगो की दुकानें चल रही बहू-बेटियों की अस्मिता लुट रही