Nojoto: Largest Storytelling Platform

कोरोना बीत ही जाए नही दुनिया का क्या होगा ढंकेगे च

कोरोना बीत ही जाए नही दुनिया का क्या होगा
ढंकेगे चाँद से मुखड़े  मुखौटा बादल बना होगा
की कुछ मशहूर है गलिया भरेगी न तो क्या होगा
ढलेगी होठ की लाली कहा शृंगार फिर होगा
रस्म नजर चुराने की मिलने में मजा फिर क्या
ये आंखे बोलती तो है मगर मंजर वो क्या होगा
की है किस देश की भाषा भला कोई क्या समझेगा post pendemic
कोरोना बीत ही जाए नही दुनिया का क्या होगा
ढंकेगे चाँद से मुखड़े  मुखौटा बादल बना होगा
की कुछ मशहूर है गलिया भरेगी न तो क्या होगा
ढलेगी होठ की लाली कहा शृंगार फिर होगा
रस्म नजर चुराने की मिलने में मजा फिर क्या
ये आंखे बोलती तो है मगर मंजर वो क्या होगा
की है किस देश की भाषा भला कोई क्या समझेगा post pendemic