भीड़ भरी इस दुनिया मे तन्हा सा चलते देखा है मेरी खुशियों की कद्र किसी को कभी ना थी मेरे गम को लफ़्ज़ों के बाजार बिकते देखा है मेरी कलम से निकले अक्षर तुझे अच्छे लगे है तो कोई बुरा भी जरूर कहता होगा किसी को सच लगे तो कोई काल्पनिक भी कहता होगा उस खुदा के बक्शे हर गम की नुमाइश है ये खून की बना स्याही, खुद को बस हालात लिखते देखा है #Neerajjangra #Poetry_Online #love #Love_a_mental_disease #nojoto #sucide #broken #best_poetry #nojotopeotry #Trending