जब तक मैदान मे खड़ा वो भय नही था हारने का एक धोनी ही तो था जो साहस दिलाता था जितने का। परहार करता वो बल्ले से हेलीकॉप्टर सोट के दिलो पर वार करता वो रनो की चोट से । आज छोड़ रहा है मैदान वो कोहली के हाथो में एक धोनी ही है जो बसा है हर भारतीय के जज्बातों में।