हम यादों मे हैं जिनकी, कोई और है बाहों मे उनकी। कितना अजीब है ना ये इश्क़ भी, वो ही बेकदर होता है... सबसे ज्यादा कदर करते हैं जिनकी।। तो जो अब दिल का रिश्ता टूट गया है, साथ हमारा छूट गया है। और जो आंखों का दरिया बह रहा है, उसे बहने दो।। थक गया हूँ सबसे..अब कुछ दिन मुझे अकेला रहने दो, थक गया हूँ सबसे..अब कुछ दिन मुझे अकेला रहने दो। दोष तेरा नही है, आजकल की मोहब्बत मे ये आम है, ढूढ़ने चले थे रिश्ता खास, तो पता चला कि इश्क़..जिस्म की प्यास के लिए नीलाम हैं।। तो जो अब तेरे दिल मे कोई और आ गया है, तेरी रूह मे कोई और समा गया है, तेरी बातें किसी और के किस्से कहने लगी हैं, तो बस उन्हें कहने दो।। थक गया हूँ सबसे...अब कुछ दिन मुझे अकेला रहने दो।। थक गया हूँ सबसे...अब कुछ दिन मुझे अकेला रहने दो।। सोचा था उम्र भर का रिश्ता निभा रही है, पर पता चला कि किसी और को भी इश्क़ जता रही है। वक़्त बिता रही है जिसके साथ, जिससे कर रही है अपने दिल की हर एक बात, जिसके सिरहाने मे कट रही हैं तेरी हर एक रात, उसे भी बता देना, कि मैंने मोहब्बत की तुझसे, इसलिए तुम दोनों बहे नही मेरे गुस्से की लहरों मे, तो अब इन लहरों को मुझमे ही बहने दो, थक गया हूँ सबसे...अब कुछ दिन मुझे अकेला रहने दो, थक गया हूँ सबसे...अब कुछ दिन मुझे अकेला रहने दो।। #street