वो जो चुप-चाप बैठा है आज मुमकिन है उसने तुम्हें पुकारा ही होगा, तुमने अपने गुमान मे तोड़ दी रिस्तों की सारी हदें 'यारा' लाज़मी है तुझपर ऐतबार उसे अब दोबारा नहीं होगा #thoughtsofheart #myownpoetry #kavyamanch #hindikavyasangam #morningthouts