कहानियां गर चला सब कुछ यूं ही, तो कहानियां मैं भी सुनाऊंगा। झरते थे झरने झर झर, बहती थी नदियां समझाऊंगा। गिद्ध चील तो नदारत हैं अब भी, चहचहाहट चिड़ियों की खोज खोज औडिओ उन्हें सुनाऊंगा। धरती थी जलकूपों सजी धजी, गली गली थी माटी में मस्ती बताऊंगा। बचपन था कभी खिलखिलाहट भरा छप छप थी बरसातों की शैतानी बुझाऊंगा। गर बच गईं जो आने वाली नस्लें मानव की, तो समझ जाएंगी खुद ही कीमत जल वायु और दरख्तों की , फिर क्या मैं उनको मानवता सिखलाऊंगा। "बादल" #story #Grandchild #water #air #tree #river #waterfaul #bird #rain #Game #smile #teach #saw #all #nojoto