ना ईद मनी, ना कभी दिवाली हुई ऐ सनम तेरे बगैर तो आशियाने में मेरे कभी रौशनी तक ना हुई फ़िर भी तुम्हारी अंधेरी रातों को अगर रौशन सवेरा मैं ना दे सकूं तो मोहब्बत मेरी मुकम्मल क्य़ा ख़ाक हुई... क्य़ा ख़ाक हुई... #nojoto #love #poem #poetry #nojotohindi #lovequotes #sahilbhardwaj #hindi #wod #life