प्रभात छा रही पूरब में लाली,भाग रही छाया काली, अंधियारों को मिटाने उदय हो रहा अंशुमाली। पंछी निकले घौसलों से बैठे गए डाली डाली, भोर का स्वागत वंदन गान गा रहे बारी बारी। खिल रही बागों में कलियां,गुन गुना रहे भ्रमर, नाच रहे वन में मयूर,कर रहे मन भाव विभोर। प्रभात ने बिखेरी किरणों की मृदुल शीतलता, वायु के मंद मंद झौको में समा गई मादकता। वसुंधरा को प्रभाकर ने ओढ़ाई सुनहरी चादर, धरा ने सूर्य की भेंट कोअंगीकार किया सादर। JP lodhi 29/05/2020 🙏🌹शुभ प्रभात🌹🙏 Good morning #शुभ प्रभात #Nojoto