माननीय प्रधानमंत्री , जी बड़े ही अफसोस के साथ कहना पड़ता है पूरे विश्व में जो पृथ्वी का शोषण किया है उसी प्रकार से यह प्रकृति अपना प्रकोप दिखा रही है मुझे यह कहने में कोई दिक्कत नहीं आज हम जगत कल्याण के हित पर कोई ठोस कदम नहीं उठा पा रहे बेचारे बेजुबान पशु पक्षी वन्य जीव एवं पेड़ पौधे हम सब अपने स्वार्थ में उनके अधिकारों का अतिक्रमण कर रहे है नदी के अविरल धारा को मोड़ दिया जाता है पत्थरों का पहाड़ों का व्यवसायीकरण हो रहा कानून सभी के लिए बराबर देश पर चुनाव को राजनीति लाभ लेने के लिए पार्टियों को आगे नहीं आना चाहिए पहले जनहानि का निस्तारण होना चाहिए देश इतनी बड़ी महामारी का प्रकोप चल रहा है वह सर्वोपरि सबके लिए यह दो लाइन मुझे ध्यान है मैं देश नहीं झुकने दूंगा यदि जान है तो जहान है जब देश व समाज में आपदाओं प्रधान आर्थिक दृष्टि से कमजोर हो जाएगा तो यह लाइनें कितनी सच होगी मैं यह नहीं जानता note:- मेरा यह जनहित में सुझाव है जो वर्तमान के बेहद कठिन समय के अनुसार आपके सामने प्रस्तुत कर रहा हूं हाला किए इससे कोई अनजान नहीं है vol-6 रामजी मिश्रा मोहल्ला हुसैनपुरा शाहजहांपुर 75059844774 #BaatPMSe #corona #Corona_Lockdown_Rush #Who #Uttarakhand #Delhi #Delhi_Riots #world #environment #what Pooja Boombak Amayra Secret Diaries