सफर में चल तो सही,कदम तेरे जहां परे,वहां बना ले आशियां! काफिला अभी दूर है,है टेढे-मेढे रास्ते,सफर में साथी चल!! कदमों के निशां नहीं है दूर-दूर तक,है कंकङीली पगदंण्डियां! तपता हुआ आशमाँ भी है तो क्या हुआ,राहें यूं ही ना बदल!! कैसी उलझणों में तू है खोया हुआ,दिन है अभी तू है सोया हुआ! चुभते है कांटों के जाले जो तुम्हें,तुम यूं ना राहों में राही मचल!! सङक सुनसान सा है आज-कल,आज-कल मुश्किल है मंजिले! तू खुदको थाम ले खुद हौशलों से,गीङ ना जाना थोरा संभल!! तेज-तेज हवाओं के थपेरों से डरना नहीं,होता है जो हो जाने दे!तू बनजा बागवां खिलाके गुलशिता,तूफानी राहोंसे ना बचके निकल!! इन थोरी सी बात को समझ ले सही,बना ले खुद की कहानियां! शहर विरान सा है,लगता है हुई ओलों की बारिशें,तू तो संभल!! आज-कल वक्त-वेवक्त कह रहा है हर कोई,मंजिले दूर है अभी!तू तो ठान ले,चलना है तुम्हें टेढे-मेढे रास्ते,सफर में साथी चल!! #Dreams#Atnight#range#with life Priya keshri (Kaise कहे हमे कितनी मोह्हबत हैं) Ashwini chandel ऊषा माथुर