*साहिल पे बैठा ...यूँ सोचता हूं आज,* *कौन ज़्यादा मजबूर है....?* *ये किनारा, ...जो चल नहीं सकता, या ...* *वो लहर, ...जो ठहर नहीं सकती...?* *|('}_* *|(_/\\_G@ur@v ______✍🥀**🌚!! शुभ रात्रि !!🌚* *🚩!! जय श्री राम !!🚩* #Sonbhadra