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ना ज़रूरत अब मुझे किसी चीज़ की ना चाह किसी सोने

ना ज़रूरत अब मुझे किसी चीज़ की 

ना चाह किसी सोने चांदी की

देखा था ख़्वाब कई

अब बस सब ओझल से होने लगे

दर्द तो होता ही है मेरे अंदर किसी कोने में

दिन यूहीं बीतते चले जाते है

आंसू रोक से भी ना रुकते

बहुत कोशिश की मैने खुद को संभालने को

छोटे छोटे ख्वाब यूहीं टूटते चले गए 

जो ना मांगा खुदा से वो ही मिलते चले गए

लेकिन शुक्रगुजार भी हूं उनकी

की जीने को नई वज़ह देते चले गए। #जरूरत #Nojoto #nojotovoice #nojotovideo #hindi #poem
ना ज़रूरत अब मुझे किसी चीज़ की 

ना चाह किसी सोने चांदी की

देखा था ख़्वाब कई

अब बस सब ओझल से होने लगे

दर्द तो होता ही है मेरे अंदर किसी कोने में

दिन यूहीं बीतते चले जाते है

आंसू रोक से भी ना रुकते

बहुत कोशिश की मैने खुद को संभालने को

छोटे छोटे ख्वाब यूहीं टूटते चले गए 

जो ना मांगा खुदा से वो ही मिलते चले गए

लेकिन शुक्रगुजार भी हूं उनकी

की जीने को नई वज़ह देते चले गए। #जरूरत #Nojoto #nojotovoice #nojotovideo #hindi #poem