आदत नहीं पर कुछ आदत के जैसी कभी जिक्र किया तो कभी बात शुरू ही ना की आसान से उत्तर वाली वह अबूझ पहेली बिल्कुल अनजान शक्स जिसकी कहानी शुरू से पढ़ी चमत्कार नहीं फिर भी दिमाग का बोझ अचानक से खाली एक रेगिस्थान जहां इस बार बारिश ने बाढ़ ला दी कुछ अलग , अनोखी , रंगों से भरी उसकी जादुई नगरी उजाला तो नहीं पर सुबह के साथ हर रात ढली धीरे धीरे बातों की करामात ने कयामत बरसा दी अब क्या ही बताऊं मैं ! मिला है जिंदगी के मोड़ पर इस बार यह भी बहुत सही...... 📕⛄🤘🎻🐥🍇🍴🚲