स्याही कैद हो गई अल्फाजोके पिंजरे में अल्फ़ाज़ जकड़ गए कोरे पन्नो में मोहब्बत का सिलसिला यू बड़ गया बंद कमरे में लिखते लिखते जिंदगी गुज़र गई कलम की गुलामी में... - चैताली येंगडे #♥️📝♥️# 🌺 yun hii 🌺 Komal ...