खुदा की रहमत तू थाम उसकी अंगुली, रास्ते खुद-ब-खुद खुल जाएंगे, भरोसा रख खुदा पर बुरे दिन भी टल जाएंगे। वो नज़र कैसे आए तेरे भीतर जो बैठा है,, झाँक के देख खुद मैं, खुदा ही खुदा नज़र आए।। न धूड़ उसको मंदिरों में पत्थरों में खुदा नहीं, तेरी आत्मा के सिवा उसका तो कोई घर नहीं। डरने की क्या बात है जब विश्वास खुदा पर है,, उसकी रहम-ओ-कर्म का अंदाज़ भी बहुत खास है।। तपा के संघर्ष की आग में सच्चा सोना बना देगा। जब आएगा तेरा वक्त तो रहमतों की झड़ियां लगा देगा।। #tuthaamushkianguli#pray#nojoto