दिल की हर बात लफ़्ज़ों में बयाँ नहीं होती,, क्या गुज़रती है उस पर जिसकी माँ नहीं होती..... बेबाक, बेफ़िक्र, बेसब्र सी उसकी अदा नहीं होती,, क्या गुज़रती है उस पर जिसकी माँ नहीं होती..... ज़िम्मेदारियों की तो जैसे इंतिहा नहीं होती,, क्या गुज़रती है उस पर जिसकी माँ नहीं होती..... माँ की गोद के सिवा दिल की कोई तमन्ना नहीं होती,, सोचो क्या गुज़रती है उस पर जिसकी माँ नहीं होती..... -"Shloka" #Flower