हमनें तो तुम्हें मोहब्बत की तालीम दी थी , अचानक ये नफरतों की आंधी कहां से समेट लाए हो तुम ,,,,, - ए.पी. बौद्ध 🌺🌺 कुछ मचलते अहसास 🌺🌺