प्रेम विवाह. सदियों से वर चुनाव कन्या स्वयम करती आई है, जिसे स्वयंवर कहते हैं. फर्क सोच का है. प्रेम विवाह. सदियों से वर चुनाव कन्या स्वयम करती आई है, जिसे स्वयंवर कहते हैं. फर्क सोच का है.