ठहर ठहर के रोता हुए चल रहा हूं संभल संभल के मोती पिरोता चल रहा हूं नहीं आएंगे वो जमाना कह रहा हैं और मैं उनके लौट आने उम्मीद लिए चल रहा हूं ठहर ठहर के रोता हुए चल रहा हूं संभल संभल के मोती पिरोता चल रहा हूं क्या हुआ जो नहीं है वो साथ मेरे उसको हर लम्हें में सोचकर चल रहा हूं ठहर ठहर के रोता हुए चल रहा हूं संभल संभल के मोती पिरोता चल रहा हूं rote hue chal raha hu #brokenheart #ishq #mohabbat #ektarfaPyar