फूल इस सोच में गुम हैं, के कहाँ महकेंगे, तितलियों के लब-ए-इज़हार पे पाबन्दी है... कत्ल करने की खुली छूट है अब भी लेकिन, प्यार मत करना, यहाँ प्यार पे पाबन्दी है..... ©राहत इंदौरी #RahatIndori #Nojoto #Shayri