हमारे इश्क़ कि रस्में तो ये बादल निभा रहे हैं, थोड़ा तुम्हारे शहर थोड़ा मेरे शहर बरस रहे हैं। हमारे इश्क़ कि रस्में तो ये बादल निभा रहे हैं, थोड़ा तुम्हारे शहर थोड़ा मेरे शहर बरस रहे हैं। #nojotoquotes #lovequotes #wordsmith #hindiquotes -राजेश बागोरिया✍️✍️