रो - रो कर ना नैयन निचोड़! आगे बढ़ जो होना था हो गया, छोड़ ! आगे बढ़ रास्ते में पर्वत आ गया तो क्या हुआ तू माँझी बन! पहाड़ को तोड़! आगे बढ़ अब यहाँ लालच तुझको रोक रहा है अपनी आत्मा को झिंझोड़! आगे बढ़ इंद्रिया तुझसे कह रही मुड़ जाने को देख! ख़ुद को न तू देना मोड़! आगे बढ़ पीछे छूट जायेगा जो तूने रिश्ते छोड़े आगे बढ़ तू ! रिश्ते जोड़! आगे बढ़ -Saad Ahmad आगे बढ़ #Motivation #कविता #thoughts #Quotes #विचार