कई गुलों से आबाद है,गुलशन - ए - सुखन। कोई इश्क लिखे ,कोई हुस्न,कोई जिंदगी की दुखन । आकर दयार - ए - नोजोटो में । सब दिखा रहे हैं ,अपनी - अपनी कलम का फन । दयार - ए - नोजोटो