पंछी पंछी बोले हैं क्या प्राणी सुनले चलो प्यास बढ़ती रही साँसे मिटने लगी आज दिल से सदा आ रही है सुनो बचा लो इन्हें कि अब ये मिटने लगी इतने दिन हम जिये तो क्या जिये अब तो जीना है सिर्फ इनके लिए दिल ने दिल से है ये वादा किया कि बचा लें इन्हें हम अपने लिए पंछी बोले हैं क्या प्राणी सुनले चलो प्यास बढ़ती रही साँसे मिटने लगी