ये जो दिन के उजालो में हुई सबकी रात है जरा सब्र तो करो बस थोड़े दिन की बात है। गलियां सारी सुनी है सुने है सब नज़ारे कैदी बन गए है सब अपने घर में ही बेचारे। माना कि बहुत ही मुश्किल सबके हालात है जरा सब्र तो करो बस थोड़े दिन की बात है। जो हुई न कभी अनहोनी ये कैसी है जहा देखो वहा सबकी हालत एक जैसी है। ये जो अपनों से अपनों की बंद मुलाकात है जरा सब्र तो करो बस थोड़े दिन की बात है। कभी सोचा ना था ऐसा भी दिन आएगा सुख चैन सब पूरी दुनिया का छीन जाएगा। इस कोरोना ने जो अपनी दिखाई औकात है जरा सब्र तो करो बस थोड़े दिन की बात है। -Sanam #City #corona😷