मुड़कर मत देख पीछे क्या हैं, पीछे है तेरा गुज़रा हुआ कल, वो कल, जिसने छीन लिया तेरे सपनों को, बीन लिया तेरी खुशियों को, जान से ज्यादा जो प्यारे थे, दूर कर दिया उन अपनों को, लेकिन मत सोच अब इस बारे में, जैसे पानी समंदर ख़ारे में, पर बहना चाहे तू लहरों संग, तो इतना याद रखना कि अक्सर गंदगी ही मिलती है किनारे पे, इसलिए मुड़कर मत देख पीछे क्या है। तू लड़, तू झगड़, तू आगे बढ़, नहीं कमज़ोर तू, जो रोके तेरा रास्ता, उन्हें झकझोर तू, तू शक्ति, तू देवी, तू अग्नि का भंडार है, तू विधाता की ध्वनि तू प्रकृति का आधार है, समाज की कुरीतियों से नहीं तुझे अब डरना है, दहेज, हत्या, हिंसा में नहीं तुझे अब मरना हैं, रावण सम मनुष्यों का अपराध घोर हो रहा, किसी भी हाल में इनको क्षमा नहीं करना है, नारी के बिना संसार ये व्यर्थ है, तुम्हारे जीवन के संदर्भ का नारी ही एक अर्थ हैं।। "स्वाति जैन" नारी ही अर्थ हैं।। international women's day #womenempowerment #womensDay #rights #equality