कौन समझे ये कैसी रात है शायद कोई राज़ की बात है दुनिया से हो के बेखबर अपने खायालो में खो जाने की रात है, कोई मामुली सी नहीं ये तो मेरी जिदेंगी की बात है | #जिदेंगी की बात है |