वो मुस्कुराती थी तो कोई था, जो संग मुस्काता था। उसकी हसी की गूंज से, कोई और खिलखिलाता था। वो चलती थी जब डगमगाती हुई कोई सहारा बन हाथ थाम लेता था अकेली अगर रोती थी वो तो संग रोने आ जाता था हार कर जब थक जाती थी वो उसे सीने से लगा सहलाता था उस बेजान फूल में फ़िर जान भर वो खुशी से भर आता था हो जाएगी वो एक दिन उससे अलग ये डर उसे बहुत सताता था सोच कर उस आने वाली जुदाई को वो बिलक के तो जाता था वो पिता था जो अपनी बेटी के लिए सब से लड़ जाता था।।।। father is always kind of her daughter no matter what... i love you Papa... #fatherlove #nozoto