दर्द पनपता था सदियों से आज मरहम लगा दिया, अमित शाह और मोदी ने 56 इंची दिखा दिया,, आग लगी थी सीने में और हाथ जोड़ टीवी पर थी, बारूद से खेलने वाली वैश्या महबूबा भी आज काबू में थी,, एक वक्त आया था जब कश्मीरी पंडित मारे थे, उनकी माँ बहनों को नग्न कर गुप्तांगों में कोयला डाले थे,, शुक्र करो मुल्लो तुम हम आज भी शांति चाहते हैं, वरना तो परशुराम बन श्रष्टि का विनाश करने जानते हैं,, राष्ट एक कानून दो तुम संबिधान को लात मारते हो, मुस्लिम बनाम दलित होकर तुम हमको आपस मे लड़ाते हो,, आजाद देश मे फिर आजादी खुशी मनाता देश है, इस दुनिया मे अमन चाहता सिर्फ मेरा भारत देश महान है,, !! कवि आदित्य बजरंगी 9536198627 #जय_हिंद