तेरा नाम अधुरा है मेरे बिन - मेरी शाम अधुरी है तेरे बिन , ना शाम ढले ना रात हो - तेरे बिन अधुरे जो है मेरे दिन , मुझमें छुपा तेरा राज है , चाहू भी तो ना बता सकु - तु तो मेरा एहसास है , आ मिले है हम जहाँ - वहाँ हो ना कोई ऐसा जाँहा जहाँ तेरी खुशीयो को कोई आले छीन.... तेरा नाम अधुरा है.................अधुरे जो है मेरे दिन.....! मैं राहगीर तू मूसाफिर , जो हुआ किसी का ना वह हुआ तेरा अपना बनाने में तू है माहीर , मैं चलु तेरी तरफ - तु चल रहा अपनी सड़क पिछे आ रहा हूं पैरो से इन पैरो को भी हो मेरा धिन .. तेरा नाम अधुरा है.................अधुरे जो है मेरे दिन.....! तेरा नाम अधुरा है मेरे बिन मेरी शाम अधुरी है तेरे बिन.....२ ना शाम ढले ना रात हो तेरे बिन अधुरे जो है मेरे दिन.....२ मुझमें छुपा तेरा राज है ,