Nojoto: Largest Storytelling Platform

वो मोहब्बत सच्ची थी पर उनके लिए मैं उनका खिलौना बन

वो मोहब्बत सच्ची थी पर उनके लिए मैं उनका खिलौना बन बैठा था।

कहां पाता था मुझे उस मोहब्बत में बचपन की यादें।
जब खिलौने से दिल भर जाता था तो उसे तोड़ फेकते थे।

पर हां हर पल एक सवाल उठता था मन में मेरे पर कभी पूछ ना पाया।
जो कहा करती थी कफ़न में लिपट के साथ जाएंगे तेरे।
वो अब किसी और के कफ़न में लिपट जाने की बात करती हैं। #eksawal#shyari#nojoto#sadshyari
वो मोहब्बत सच्ची थी पर उनके लिए मैं उनका खिलौना बन बैठा था।

कहां पाता था मुझे उस मोहब्बत में बचपन की यादें।
जब खिलौने से दिल भर जाता था तो उसे तोड़ फेकते थे।

पर हां हर पल एक सवाल उठता था मन में मेरे पर कभी पूछ ना पाया।
जो कहा करती थी कफ़न में लिपट के साथ जाएंगे तेरे।
वो अब किसी और के कफ़न में लिपट जाने की बात करती हैं। #eksawal#shyari#nojoto#sadshyari