वो मोहब्बत सच्ची थी पर उनके लिए मैं उनका खिलौना बन बैठा था। कहां पाता था मुझे उस मोहब्बत में बचपन की यादें। जब खिलौने से दिल भर जाता था तो उसे तोड़ फेकते थे। पर हां हर पल एक सवाल उठता था मन में मेरे पर कभी पूछ ना पाया। जो कहा करती थी कफ़न में लिपट के साथ जाएंगे तेरे। वो अब किसी और के कफ़न में लिपट जाने की बात करती हैं। #eksawal#shyari#nojoto#sadshyari