ओंस की बूँद चेहरे पर पड़ रही थी। मेरी आंखें उस पल और संवर रही थीं ये जादू उस शर्दी कि रात की थी या मेरे साथिया की नरमी की यूं हीं नहीं वो रात पल-पल हसीन हीं होते जा रही थी #🏘 🏡