कैसा ये कोहराम है जो हुक्मरानों को नही दिखता है उन्हें तो सिर्फ अपना व्यापार दिखता है उन्हें कहाँ मिट्टी से मिट्टी होता रोता बिलखता किसान दिखता है वो तो अपनी जेब भरना जानते है सारी सल्तनत अंधी है इन बेईमानो को कहां खुद के हक़ को पाने लिए ही मरता अन्नदाता किसान दिखता है #farmers #किसान