पहले प्यार होता हैं। फिर बेइंतहा होता होता हैं। फिर झगड़ा होता हैं। दूरियों का सिलसिला बढ़ता हैं। फिर दोनों में से कोई एक बहुत तंग होता हैं। और रोज -रोज के झगड़े से परेशान हो वो रिश्ता तोड़ देता हैं। अब यही प्यार की परिभाषा है,हम तो भैया दूर ही इससे भाई हमे ये गम का घुट नही पीना आता हैं।