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काँच सा दिल ये तो काँच सा दिल है साहब इक दिन टूट ह

काँच सा दिल ये तो काँच सा दिल है साहब इक दिन टूट ही जाएगा |
कोई चाहे जितना अपना हो वो इक दिन रूठ ही जाएगा |
कोई भीड़ में कितना भी कसके हाथ पकड़े लेकिन 
वक़्त आने पर वो हाथ छूट ही जाएगा |
                                     ............ ZAK #heartbrokenshayri
काँच सा दिल ये तो काँच सा दिल है साहब इक दिन टूट ही जाएगा |
कोई चाहे जितना अपना हो वो इक दिन रूठ ही जाएगा |
कोई भीड़ में कितना भी कसके हाथ पकड़े लेकिन 
वक़्त आने पर वो हाथ छूट ही जाएगा |
                                     ............ ZAK #heartbrokenshayri