इश्क के बाजार में अब कौन बिकेगा, हिकायत हमारी अब कौन लिखेगा, अरे तुम तो रुखसत हो चुके हो, खिड़की खोलूंगा तो अब कौन दिखेगा। हिकायत--कहानी #khidki#diary#shayari#bj_hbk