मेरा भी कुछ हाल ऐसा है। की एक दिन साल जैसा है। जिंदगी से तरासता हूँ मौत मैं, अ जी! ये भी कमाल कैसा है। आपकी बेवफाई और क्या कहें, बस एक नागिन के चाल जैसा है। सितम ये की कुछ सितम हीं नहीं, खाली मन में एक बवाल जैसा है। शांत जल में चल दियें कंकर वो मारकर, अब ये पानी भुचाल जैसा है । उनका तो कोई खबर ही नही 'संदीप' अपना सुनाओ की हाल कैसा है । #Moon