बाल किलकारी के मार्च अंक में मेरी कहानी "होली वाला बर्थडे"
होली वाले दिन "मेरा हैप्पी बर्थडे है ..."कहते हुए सात साल का गोलू सारे घर के कमरों में घूम रहा थाI
घर के सभी सदस्य होली के तैयारियों में व्यस्त थे इसलिए कोई भी उसकी बात पर ध्यान नहीं दे रहा थाI
थक हार कर वह अपनी माँ को सब जगह देखते हुए राजू भैया के कमरे में जा पहुँचा, जहाँ पर वह पोंछा लगा रही थीI
गोलू माँ का पल्लू पकड़ते हुए बोला-"कल होली है और मै सबको बता रहा हूँ कि कल ही मेरा "हैप्पी वाला बर्थडे" है पर कोई नहीं सुन रहाI"
माँ माथे का पसीना पोंछते हुए बोली-"मैं जल्दी से काम कर लूँ फ़िर तुझे कल मिठाई खिलाऊंगी..अच्छी वाली"
"नहीं ..मुझे वो अखबार में लिपटी हुई मिठाई नहीं खानीI मुझे भी जन्मदिन पर चमकीली पन्नी में लिपटे हुए उपहार चाहिए, जैसे मोनू भैया को मिलते हैI" #Books