#जिंदगी ******** प्रवाह नदी का,समुन्दर सी गहराई , कभी हँसती कभी रुलाती सी रुबाई।। बलखाती, इठलाती,इतराती सी जिंदगी, कभी तो पास ,कभी दूर हो जाती जिंदगी।। नन्ही सी छोटी सरल सी कठिन सी लगती उलझी कहानी जैसी,चढ़ती जवानी जैसी असीम आकाश सी,अकिंचन झोपड़ी सी लगती कभी पतन तो कभी ऊंचाई सी जिंदगी।। #विचार #कला #जिंदगी #nojotohindi #hindipoetry #रचना