कहने को आज़ाद हैं पर आज़ादी कहीं नज़र नहीं आती।। जब हक़ों की बात हो तो औरत की बात सुनी नहीं जाती।। जंजीरों में जकड़ा है इन्हें अभी भी ये गृहिणी ही कहलाती।। क्यूँ भूल जाते हैं सब ये बात कि यही है जो आदि शक्ति कहलाती।। #ज़ंजीर_शब्द अपनी इच्छा से लिखें #शब्द_अनकहे_एहसास #अनकहे एहसास #lovequotes Time period :24hours