खुद को रुला कर.. अपनो को हंसाना जरूरी है क्या? अपने आंसुओं को.. धूल है वजह बताना जरूरी है क्या? दर्द है पर मरहम नहीं.. तो सबको दिखाना जरूरी है क्या? दिल तोड़, छोड़ जो चली गई.. उसके इंतेज़ार में पलकें बिछाना जरूरी है क्या? किया प्यार और मिली बेवफ़ाई.. इस गम में सारी उम्र बिताना जरूरी है क्या? गैरों ने ठुकराया.. तो अपनों से दूरी बनाना जरूरी है क्या? दिल टूटा है, लोग मजाक ना उड़ाए.. इस सोच में खुद का मजाक बनाना जरूरी है क्या? ©RR Jaiswar #mentalHealth #Hopeless #Life_experience #nojotohindi